79 साल के एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय की दिल का दौरा पड़ने से मौत, आज मिलना था द्रोणाचार्य अवॉर्ड

नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड से ठीक एक दिन पहले ही 79 साल के एथलेटिक्स कोच पुरुषोत्तम राय की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। उन्हें शनिवार को लाइफटाइम कैटेगरी में द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलना था। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बताया कि राय ने शुक्रवार शाम को नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड की ड्रेस रिहर्सल में हिस्सा लिया था। इसके बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उनकी मौत हो गई।

पुरुषोत्तम ने ओलिंपियन वंदना राव, हेप्टाएथलीट प्रमिला अयप्पा, अश्विनी नचप्पा, मुरली कुट्टन, ईबी शयला, रोसा कुट्टी और जीजी परमिला जैसे एथलीट्स को ट्रेनिंग दी। इन सभी एथलीट्स ने ट्रैक पर न सिर्फ अपने कोच की साख बढ़ाई, बल्कि देश का नाम ही हमेशा ऊंचा किया था।

एथलेटिक्स फेडरेशन ने कोच राय की मौत पर दुख जताया
एएफआई के अध्यक्ष आदिल सुमारिवाला ने कोच पुरुषोत्तम राय के निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि इस घटना से पूरा एसोसिएशन दुखी है। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी एथलेटिक्स को दे दी थी। हम उनके परिवार के प्रति संवेदना जताते हैं।

कोच पुरुषोत्तम राय की मौत से दुखी: अंजू बॉबी जॉर्ज

पूर्व लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज भी उनकी मौत से दुखी हैं। जॉर्ज ने कहा कि वे अच्छे कोच थे। उनकी निगरानी में कई ओलिंपियन तैयार हुए। द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलने से एक दिन पहले उनका गुजर जाना, वाकई तकलीफ पहुंचाने वाला है।

राय ने 1987 की वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप, 1988 की एशियन ट्रैक एंड फील्ड चैम्पियनशिप और 1999 के सैफ गेम्स के लिए भारतीय एथलेटिक्स टीम तैयार की थी।



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पुरुषोत्तम राय ने 1974 में नेताजी इंस्टिट्यूट ऑफ स्पोर्ट्स से कोचिंग में डिप्लोमा लिया था। इसके बाद उन्होंने कोचिंग देना शुरू की। -फाइल


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Milan Tomic

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