JEE और NEET के कॉम्पीटिटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे बच्चों में इसे लेकर बहुत कन्फ्यूजन थी। कब होगा, कैसे होगा, सिलेबस क्या होगा, पैटर्न और मोड क्या रहेगा? ये कुछ ऐसे सवाल थे जिसका जवाब किसी के पास नहीं था और इसके चलते बच्चों में एंग्जाइटी और तनाव देखने को मिला। किसी के पास जवाब हो भी नहीं सकता था, यह सबकुछ तय करने की जिम्मेदार सरकार और टेस्टिंग एजेंसी NTA की थी।
अब सरकार और NTA ने JEE को लेकर सबकुछ तय कर दिया है। लेकिन उसमें नया क्या है? क्या है जो पिछली बार नहीं था पर इस बार के एक्जाम में होगा? कुछ चीजें बदलीं हैं जो शायद आप में से बहुतों को पता हो, लेकिन क्या आप जानते हैं कि JEE का एक्जाम पैटर्न बदल गया है? आपने जो सवाल NTA से पूछे थे उसका जवाब क्या है? क्या इस बार फ्री कोचिंग की व्यवस्था भी है?
इंदौर में JEE की तैयारी करा रहे, विवेक शर्मा बताते हैं कि सरकार ने सिलेबस तो नहीं बदला, लेकिन पैटर्न जरूर बदल दिया, जिससे बच्चों को फायदा होगा। इस पैटर्न से टेस्ट सबके लिए फेयर हो जाएगा, जिसने पूरा सिलेबस पढ़ा है उसके लिए भी और जिसने सिलेबस पूरा नहीं पढ़ा उसके लिए भी।
आपके सवालों पर NTA ने क्या जवाब दिया?
दरअसल NTA की वेबसाइट पर बच्चों ने JEE 2021 को लेकर कुछ सवाल पूछे थे। इन में से जो सवाल सबसे ज्यादा बार पूछे गए NTA ने उनका एक सेट जारी किया है, वह भी जवाब समेत।
आपके सवाल - “JEE में मल्टीपल सेशन का हमें क्या फायदा?
NTA का जवाब - इससे बच्चों को कई मौके अच्छा करने के कई अवसर मिलेंगे। बच्चा पहले अटेंप्ट में अगर अच्छा नहीं कर पाया तो वह अगले में अपनी गलतियों को सुधार सकता है। इसी क्रम में हर कैंडिडेट के पास अपना बेस्ट देने के 4 अवसर मिलेंगे।
आपके सवाल - क्या हर सेशन में बैठने के लिए अलग-अलग फॉर्म भरने होंगे?
NTA का जवाब - नहीं ऐसा नहीं है। एक ही एप्लिकेशन फॉर्म से कैंडिडेट एक या एक से ज्यादा सेशन के अप्लाई कर सकता है। बस फॉर्म भरने के दौरान उसे बस ये भरना होगा कि कैंडिडेट किस-किस सेशन में हिस्सा लेना चाहता है।
आपके सवाल - क्या एक्जाम पैटर्न बदला है?
NTA का जवाब - हां एक्जाम पैटर्न में कुछ बदलाव किए गए हैं। इससे उन बच्चों को लाभ मिलेगा जिनके बोर्ड ने सिलेबस को छोटा कर दिया था और वे सबकुछ नहीं पढ़ सके थे। अब 75 की जगह 90 सवाल पूछे जाएंगे, लेकिन अटेंप्ट सिर्फ 75 सवाल ही करने हैं। (हम आपको एक्जाम पैटर्न डिटेल में बता रहे हैं )
पैटर्न में नया क्या है?
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सरकार बच्चों का सिलेबस वाला कन्फ्यूजन समय रहते दूर नहीं कर पाई, लेकिन पैटर्न ऐसा दिया है कि किसी बच्चे का नुकसान न हो। हर बार सभी सब्जेक्ट्स (फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स) से 25-25 सवाल पूछे जाते थे, लेकिन इस बार इनकी संख्या बढ़ा कर 90 कर दी गई है।
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इन तीनों विषयों में से 25 के बजाय 30 सवाल पूछे जाएंगे, लेकिन करने 25 ही हैं। वो कैसे ? हम आपको बताते हैं, हर विषय से 30 सवाल आएंगे, जिसमें से 20 MCQ होंगे 10 और न्यूमेरिकल होंगे। MCQ आपको 20 के 20 यानी सारे ही करने हैं, जबकि न्यूमेरिकल 10 में 5, यानी न्यूमेरिकल में आपके पास विकल्प रहेगा।
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सरकार ने ऐसा इसलिए किया, क्योंकि CBSE समेत कुछ स्टेट बर्ड्स ने भी अपना सिलेबस छोटा कर दिया था यानी बच्चों ने पूरा नहीं पढ़ा। जबकि, JEE के सिलेबस में कोई बदलाव नहीं हुआ, ऐसे में जिन बच्चों ने पूरा सिलेबस कवर किया है, उन्हें फायदा तो रहेगा ही। सरकार ने इस बात को ध्यान में रखते हुए विकल्प दे दिया, यानी बच्चों ने जो नहीं पढ़ा है, उसे छोड़कर जो पढ़ा है, उसे अटेंप्ट कर सकते हैं।
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एक्सपर्ट्स के मुताबिक, पेपर ऐसा डिजाइन किया जाएगा कि किसी बच्चे को नुकसान न हो। न्यूमेरिकल में कोई माइनस मार्किंग भी नहीं है। इसके अलावा सरकार के इस निर्णय से बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
फ्री ऑनलाइन कोचिंग की भी व्यवस्था
- सरकार का एक कार्यक्रम है दीक्षा। इसके तहत देश की तमाम भाषाओं में 12वीं कक्षा के लिए सीबीएसई, एनसीआरटी और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा तैयार की गई 80 हजार ई-बुक्स उपलब्ध हैं। इसके अलावा 12 वीं के बाद के सभी कॉम्पीटिटिव एक्जाम के लिए भी यहां अलग से E-नोट्स उपलब्ध हैं। स्टडी मेटेरियल को क्यूआर कोड के माध्यम से भी देखा जा सकता है। इस ऐप को IOS और गूगल प्ले स्टोर के जरिये डाउनलोड किया जा सकता है।
- NTA हर साल 2 से 3 हजार केंद्रों पर फ्री कोचिंग देता था। लेकिन इस बार कोरोना के चलते यह कोचिंग नहीं चल रही है। लेकिन, NTA की वेबसाइट पर स्टडी मेटेरियल उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।साथ ही NTA की वेबसाइट पर जाकर आप वीडियो लेक्चर भी ले सकते हैं। NTA की वेबसाइट पर अलग- सब्जेक्ट के वीडियो लेक्चर उपलब्ध हैं।
JEE का शेड्यूल क्या है?
JEE यानी IIT की प्रवेश परीक्षाएं पहली बार 4 फेज में होंगी। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हर साल करीब 12 से 15 लाख बच्चे JEE के एग्जाम में बैठते है। लेकिन, इस बार इनकी संख्या बढ़ सकती है, कोरोना के कारण पिछले साल कई हजार बच्चे JEE के एग्जाम में नहीं बैठ पाए थे, जो इस बार जरूर बैठेंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए और कोरोना के मद्देनजर सरकार ने पहली बार JEE की परीक्षा 4 फेज में करवाने का फैसला लिया है।
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पहले फेज के लिए NTA ने ऑनलाइन एप्लिकेशन फॉर्म लेना शुरू कर दिया है। इसकी लास्ट डेट 16 जनवरी 2020 है। 19 जनवरी को करेक्शन के लिए पोर्टल खुलेगा, जिसके जरिए एप्लिकेशन फॉर्म में हुई गलतियों को सुधारने का मौका मिलेगा।
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विवेक शर्मा कहते हैं कि 4 अटेंप्ट का मौका होने से बच्चों में स्ट्रेस कम हुआ है, अगर पहले फेज में बैठने वाले बच्चे का एग्जाम ठीक नहीं हुआ तो उसके पास 3 और मौके होंगे।
NEET का शेड्यूल क्या है?
NEET के एंट्रेंस एग्जाम गर्मियों में होते हैं। इसे लेकर भी बच्चों में कन्फ्यूजन था। जैसे कितने फेज में होगा और कब। इसमें JEE की तुलना में बहुत कम बच्चे बैठते हैं इसलिए इसका एग्जाम वैसे ही होगा जैसे पहले होता आया है। MHRD ने जानकारी दी है कि मार्च में ऑनलाइन एप्लिकेशन फॉर्म लिए जाएंगे, जबकि ऑनलाइन करेक्शन अप्रैल में होगा और मई में एडमिट कार्ड मिलेगा। बाकी की जानकारी जनवरी के आखिरी हफ्ते या फरवरी 2021 तक जारी की जाएगी।
सिलेबस में कोई बदलाव हुआ या नहीं?
कोरोना के मद्देनजर CBSE ने अपना सिलेबस छोटा कर दिया था। खबरें आने लग गईं थीं कि सरकार JEE और NEET का सिलेबस छोटा कर सकती है। बच्चे क्या पढ़ें और क्या छोड़ें में काफी कन्फ्यूज थे। कुछ बच्चों ने CBSE के हिसाब से IIT की तैयारी भी शुरू कर दी थी, लेकिन सरकार ने साफ़ कर दिया कि सिलेबस में कोई बदलाव नहीं होगा।
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